जलवायु परिवर्तन का त्रिग्रही संकट प्रदूषण और जैव विविधता की हानि हमारे युग की सबसे बड़ी मानवाधिकार चुनौती का प्रतिनिधित्व करता है। जुलाई 2022 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा मानव अधिकार के लिए स्वच्छ, स्वस्थ और टिकाऊ पर्यावरण का एक ऐतिहासिक संकल्प अपनाया। इस संकल्प का मानना है कि सतत् विकास के तीन आयाम है जो कि (सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय) और पर्यावरण की सुरक्षा जिसमें पारिस्थितिकी प्रणाली वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के सभी मानव अधिकारों की मानव कल्याण और मानव की खुशी में योगदान एवं बढ़ावा देती है।

भूमि और पर्यावरणीय मानव अधिकार रक्षक (ई एच आर डी) की सुरक्षा में परिवर्तन के उत्प्रेरक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और असंगत रूप से प्रभावित होने वाले समुदायों और व्यक्तियों के लिए खड़े होते हैं। कई वर्षों से ,टिकाऊ अभ्यास और विकास अधिकार के लिए समर्थक के रूप में सीमावर्ती पर रहे हैं। साथ ही कर्तव्यों धारकों को धारण कर के उसमें अरक्षणीय अभ्यास और सभी लोगों के स्वच्छ, स्वस्थ और टिकाऊ पर्यावरण के अधिकार का उल्लंघन के लिए जिम्मेदार मानते हैं।

उसी वक्त ईएचआरडी मानव अधिकार के उल्लंघन के प्रति असुरक्षित बने हुए है क्योंकि उन्हें लोगों और सभी के लिए न्यायसंगत और भविष्य का समर्थन करने के अपने महत्वपूर्ण कार्य के प्रति बढ़ते प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। ईएचआरडी के विरुद्ध उल्लंघन विभिन्न रूपों में निरीक्षण होते हैं जिसमें अपराधीकरण, उत्पीड़न, धमकी और हत्याएं शामिल है।

सीमावर्ती के रक्षक द्वारा विश्लेषण में पाया गया कि ‍‌‌2021 में 358 मानवाधिकार रक्षक मारे गए जिसमें से आधे से अधिक (59%) ने भूमि, पर्यावरण और स्वदेशी अधिकारों पर काम किया। ईएचआरडी के कार्य को बढ़ावा देना और रक्षा के लिए पर्याप्त समर्थन और ढांचा को सक्षम करने में असफल रहने से सतत् विकास लक्ष्य की उपलब्धि में गति बढ़ाना, अग्रिम पर्यावरणीय विधि को आगे बढ़ाने और अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण प्रतिबध्दताओं के अनुपालन को बढ़ाने के कई अवसर चूक गए हैं।

हालांकि ईएचआरडी के सामने आने वाली चुनौतियाँ एवं बाधाएं, साथ कार्य सूची 2030 पर्यावरणीय लक्ष्यों की प्राप्ति में उनके महत्वपूर्ण योगदान को सभी क्षेत्रों में तेजी से पहचाना जा रहा है। उनके काम का समर्थन जारी रखने और ईएचआरडी के काम करने की स्थितियों में सुधार करने के लिए ठोस प्रयास किए गए हैं

यह उपकरण (टूलकिट) ईएचआरडी को एक संसाधनों का सेट प्रदान करते हैं जिसमें स्वस्थ पर्यावरण के अधिकार को सुरक्षा एवं बढ़ावा देना और एहसास करना साथ में ग्रह संकट से निपटने और कार्यसूची 2030 तक पहुँचने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका का समर्थन करता है।

इस ज्ञान की उपकरणों (टूलकिट) का लक्ष्य ईएचआरडी के व्यावहारिक संदर्भ को प्रदान करना है ताकि पर्यावरण अधिकार के कार्य को बढ़ावा देने में सहायता मिले एवं सुरक्षा समस्या को रोके एवं कम करे।

एचआरडी उपकरण (टूलकिट) के पाँच खंड है जैसे-
खंड 1: पर्यावरण अभियान का आरंभ
खंड 2: जोखिम मूल्यांकन करना
खंड 3: विश्वस्तर पर मानवाधिकार तंत्र का प्रवेश
खंड 4: ईएचआरडी के लिए समर्थन पहुँचाना तथा
खंड 5: मनोसामाजिक कल्याण सुनिश्चित करना

पर्यावरणीय मानवाधिकार रक्षक (EHRDs) टूलकिट

Resource Key: I7A22MJ9

Document Type: Report

Creator:

Author:

  • APNED

Creators Name: {mb_resource_zotero_creatorsname}

Place:

Institution: Asia Pacific Network of Environmental Defenders (APNED)

Date: December 2022

Language: hindi

जलवायु परिवर्तन का त्रिग्रही संकट प्रदूषण और जैव विविधता की हानि हमारे युग की सबसे बड़ी मानवाधिकार चुनौती का प्रतिनिधित्व करता है। जुलाई 2022 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा मानव अधिकार के लिए स्वच्छ, स्वस्थ और टिकाऊ पर्यावरण का एक ऐतिहासिक संकल्प अपनाया। इस संकल्प का मानना है कि सतत् विकास के तीन आयाम है जो कि (सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय) और पर्यावरण की सुरक्षा जिसमें पारिस्थितिकी प्रणाली वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के सभी मानव अधिकारों की मानव कल्याण और मानव की खुशी में योगदान एवं बढ़ावा देती है।

भूमि और पर्यावरणीय मानव अधिकार रक्षक (ई एच आर डी) की सुरक्षा में परिवर्तन के उत्प्रेरक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और असंगत रूप से प्रभावित होने वाले समुदायों और व्यक्तियों के लिए खड़े होते हैं। कई वर्षों से ,टिकाऊ अभ्यास और विकास अधिकार के लिए समर्थक के रूप में सीमावर्ती पर रहे हैं। साथ ही कर्तव्यों धारकों को धारण कर के उसमें अरक्षणीय अभ्यास और सभी लोगों के स्वच्छ, स्वस्थ और टिकाऊ पर्यावरण के अधिकार का उल्लंघन के लिए जिम्मेदार मानते हैं।

उसी वक्त ईएचआरडी मानव अधिकार के उल्लंघन के प्रति असुरक्षित बने हुए है क्योंकि उन्हें लोगों और सभी के लिए न्यायसंगत और भविष्य का समर्थन करने के अपने महत्वपूर्ण कार्य के प्रति बढ़ते प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। ईएचआरडी के विरुद्ध उल्लंघन विभिन्न रूपों में निरीक्षण होते हैं जिसमें अपराधीकरण, उत्पीड़न, धमकी और हत्याएं शामिल है।

सीमावर्ती के रक्षक द्वारा विश्लेषण में पाया गया कि ‍‌‌2021 में 358 मानवाधिकार रक्षक मारे गए जिसमें से आधे से अधिक (59%) ने भूमि, पर्यावरण और स्वदेशी अधिकारों पर काम किया। ईएचआरडी के कार्य को बढ़ावा देना और रक्षा के लिए पर्याप्त समर्थन और ढांचा को सक्षम करने में असफल रहने से सतत् विकास लक्ष्य की उपलब्धि में गति बढ़ाना, अग्रिम पर्यावरणीय विधि को आगे बढ़ाने और अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण प्रतिबध्दताओं के अनुपालन को बढ़ाने के कई अवसर चूक गए हैं।

हालांकि ईएचआरडी के सामने आने वाली चुनौतियाँ एवं बाधाएं, साथ कार्य सूची 2030 पर्यावरणीय लक्ष्यों की प्राप्ति में उनके महत्वपूर्ण योगदान को सभी क्षेत्रों में तेजी से पहचाना जा रहा है। उनके काम का समर्थन जारी रखने और ईएचआरडी के काम करने की स्थितियों में सुधार करने के लिए ठोस प्रयास किए गए हैं

यह उपकरण (टूलकिट) ईएचआरडी को एक संसाधनों का सेट प्रदान करते हैं जिसमें स्वस्थ पर्यावरण के अधिकार को सुरक्षा एवं बढ़ावा देना और एहसास करना साथ में ग्रह संकट से निपटने और कार्यसूची 2030 तक पहुँचने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका का समर्थन करता है।

इस ज्ञान की उपकरणों (टूलकिट) का लक्ष्य ईएचआरडी के व्यावहारिक संदर्भ को प्रदान करना है ताकि पर्यावरण अधिकार के कार्य को बढ़ावा देने में सहायता मिले एवं सुरक्षा समस्या को रोके एवं कम करे।

एचआरडी उपकरण (टूलकिट) के पाँच खंड है जैसे-
खंड 1: पर्यावरण अभियान का आरंभ
खंड 2: जोखिम मूल्यांकन करना
खंड 3: विश्वस्तर पर मानवाधिकार तंत्र का प्रवेश
खंड 4: ईएचआरडी के लिए समर्थन पहुँचाना तथा
खंड 5: मनोसामाजिक कल्याण सुनिश्चित करना

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